
मायावती ने इस साल सितंबर तक ही 14 करोड़ रुपए का एडवांस टैक्स जमा कराया है। इस बार के विधानसभा चुनावों में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 52 करोड़ रुपए घोषित की थी। मायावती कहती हैं कि उन्होंने सारी संपत्ति पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं से मिले चंदे से बटोरी है। इस बार भी अपने जन्मदिन पर उन्होंने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से गिफ्ट के रूप में नोट ही मांगे हैं।
5 comments:
मैंने तो सुना कि मायावती जी ने जन्मदिन पर 'पार्टी वालों' से पैसा न देने के लिए कहा था..........:-)
शिवकुमार जी, ऐसा नहीं है। देखिए बहन जी ने अपने समर्थकों से कुछ दिन पहले ही क्या अपील की थी।
http://www.expressindia.com/latest-news/Contribute-financially-on-my-birthday-says-Mayawati/260794/2/
नोट ही तो "माया" को परिपुष्ट करते हैं। नोट माया के वाहक हैं।
बातें तो बहुत हैं. मसलन गंगा एक्सप्रेसवे भी किसको तारने के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके बारे में जागरूक पत्रकारों को खोजबीन करनी चाहिए.
पार्टी की सभी राज्य शाखाओं को वसूली का टारगेट मिला था, सुना था कि छत्तीसगढ़ शाखा को एक या डेढ़ करोड़ का टारगेट था पता नई कितना पहुंचा!
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