हत्या बिजनेस का तार्किक विस्तार है

चार्ली चैपलिन की एक फिल्म है Monsieur Verdoux (A Comedy of Murders) जो उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने पर 1947 में बनाई थी। फिल्म में एक ईमानदार क्लर्क की कहानी है जो 1929 की महामंदी के असर के बाद सीरियल किलर बन जाता है। उसे अपने परिवार की देखभाल की फिक्र है, लेकिन पैसे कमाने के लिए वो अमीर विधवाओं से शादी करता है और फिर मौका पाते ही उनकी हत्या कर देता है। फिल्म के अंत में उसे मौत की सज़ा सुनाई जाती है तो वह अपने गुनाह को पश्चिमी सभ्यता के गुनाहों के आगे बेहद मामूली बताता है। उसका डायलॉग है - As a mass killer, I’m an amateur by comparison... इस चरित्र के बारे में चैपलिन का कहना था कि जिस तरह युद्ध कूटनीति का तार्किक विस्तार है, उसी तरह फिल्म का नायक मानता है कि हत्या बिजनेस का तार्किक विस्तार है। इस फिल्म को लेकर चैपलिन की खूब खिंचाई हुई थी। अब भी हो रही है। ताज़ा स्थिति आप न्यूयॉर्क टाइम्स की इस रिपोर्ट से जान सकते हैं।

फिलहाल इस पोस्ट के ज़रिए मैं पहली बार अपने ब्लॉग पर वीडियो लगाने का अभ्यास कर रहा हूं। YouTube से लिया गया इस फिल्म का ट्रेलर पेश है। देखिए और पूरी फिल्म को समझने की कोशिश कीजिए।

Comments

Udan Tashtari said…
प्रयोग तो सफल लग रहा है. घर जाकर विडियो देखते हैं.
vikas pandey said…
I am tempted to see the film.

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