कल आज और कल

एपीजे अब्दुल कलाम का आज राष्ट्रपति भवन में आखिरी दिन है। कल से देश की नई राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल यहां स्थापित हो जाएंगी। कलाम अविवाहित हैं और पूरा देश ही उनका कुनबा था, जबकि प्रतिभा पाटिल का भरा-पूरा परिवार है। वह राष्ट्राध्यक्ष हैं, लेकिन किस परिवार को अहमियत देती हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता कि जब उनका गृह राज्य महाराष्ट्र उनके पधारने का इंतज़ार कर रहा था, तब वो आधिकारिक रूप से यहां नहीं आईं। लेकिन गुपचुप जलगांव पहुंच कर लौट भी गई क्योंकि जलगांव में उनके नाती का अस्पताल में इलाज चल रहा था। कलाम और प्रतिभा की प्राथमिकताएं स्पष्ट हैं।
राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों को कलाम का संदेश

Comments

कलाम के राष्ट्रपति पद पर आने से राष्ट्रपति पद का गौरव बढ़ा था पर प्रतिभा पाटिल उर्फ प्रतिभा शेखावत के आने से ......
अनिल भाई
आप कलाम साहब से यह किसका मुकाबला करवा रहे हैं। यह तो कलाम साहब की तौहीन है।
कलाम साहब जैसे इंसान बिरले ही होते हैं।

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