रुकावट के लिए खेद है
दोस्तों, दीपावली की रात से ही वाइरल फीवर से जकड़ा हुआ हूं। सोता हूं तो अनगिनत विचार दिमाग में बुलबुले की तरह फूटते हैं। रोज़ लिखने की आदत पड़ गई है तो सोते में भी लिखता रहता हूं। लेकिन शारीरिक स्थिति यह है कि कंप्यूटर पर बैठने की हिम्मत नहीं पड़ती। इसलिए पिछले कई दिनों से नया कुछ न दे पाने के लिए माफी चाहता हूं। ठीक होते ही फिर से खिटपिट शुरू हो जाएगी। धन्यवाद...
Comments
शुभकामनाएं, जल्दी स्वस्थ हों!!
na tumhari kahani milee aaj tak ,na hee email i.d.
kyon kerte ho aisa?tum to aise na they.fir kyon yaha badlava?
beemar ho so kuch zyada nahee per yeha jaan lo mere jaise vyakti ko itna fareb dena theek nahi.bhagwan tumhe swastha kare aur fir taqat de to befool me again and again my dear. with love ,best wishes and old foolish faith in you
yours ateetjeevi deepak