tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post4265135642310341931..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: सारे जयचंद एनडीए के, बीएसपी-लेफ्ट का कोई नहींअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-82882860353515583362008-07-24T15:39:00.000+05:302008-07-24T15:39:00.000+05:30Hello Anilji,How have you been? I was busy on a as...Hello Anilji,<BR/><BR/>How have you been? I was busy on a assignment and really missed reading your blog. Today, I manged to pick sometime to read. Every article was good and well written, as always.<BR/><BR/>Vikasvikas pandeyhttps://www.blogger.com/profile/02670834610081293845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-55603975088340433172008-07-24T10:45:00.000+05:302008-07-24T10:45:00.000+05:30विचारधारा और नैतिकता के बोझ तले इतने दबे रहते हैं ...विचारधारा और नैतिकता के बोझ तले इतने दबे रहते हैं कि इधर-उधर झांक ही नहीं सकते।<BR/>और जो झांकते है वे सोमनाथ हो जाते है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-47067237680718667882008-07-24T08:06:00.000+05:302008-07-24T08:06:00.000+05:30आज कल आप की लेखनी बहुत सहजता से चल रही है। काँग्रे...आज कल आप की लेखनी बहुत सहजता से चल रही है। काँग्रेस तो कब से पतनशील हो चुकी थी। भाजपा पतनशील काँग्रेस की ऊँचाई नहीं छू पाई। उस की विचारधारा कोई है ही नहीं, जिस पर कोई टिके। सीपीएम और सीपीआई भी ऐतिहासिक भूमिकाएँ अदा कर चुकी हैं। वे भी जहाँ वामपंथी आंदोलनों के बोए बीजों की फसलें काट रही हैं। नए आंन्दोलन भी नहीं हैं और नयी फसलें भी। राजनैतिक परिदृश्य को जनता का कोई बड़ा आंदोलन ही परिवर्तित कर सकता है। <BR/>अभी तो असफल हो रहे थैलीशाहों को जीवनदान मिल गया है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-46579382472444060892008-07-24T05:19:00.000+05:302008-07-24T05:19:00.000+05:30sahi kaha hai par ek bat to achchi huee chunav ka ...sahi kaha hai par ek bat to achchi huee chunav ka boz janata ke upar se kuch der ke liye tal gaya. Aurr agar ye deal par lag jati hai to bijali pani ka sankat aane wale 5-7 salon men tal jayega.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-53117147035917412752008-07-24T00:39:00.000+05:302008-07-24T00:39:00.000+05:30आपने बिलकुल पते की बात कह दी। नैतिक पतन पार्टी निर...आपने बिलकुल पते की बात कह दी। नैतिक पतन पार्टी निरपेक्ष है…। बस समय बदलता है। सभी सत्ता के दलाल हैं…सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-10348099047834598362008-07-23T23:04:00.000+05:302008-07-23T23:04:00.000+05:30सही बात है, भाजपा सांसदों में कोई नैतिकता नहीं बची...सही बात है, भाजपा सांसदों में कोई नैतिकता नहीं बची है. अब खिसियानी बिल्ली (आडवाणी जी) खम्भा नोच रही है कि विश्वासमत 'अनैतिक' था. घर संभाले नहीं संभलता और लगे दूसरे को 'चोर' कहने!विजयशंकर चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12281664813118337201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-15936763132612532112008-07-23T22:49:00.000+05:302008-07-23T22:49:00.000+05:30नरसिंह राव के समय कांग्रेस के लोगों को तोड़ भाजपा ...नरसिंह राव के समय कांग्रेस के लोगों को तोड़ भाजपा में शामिल किया जा रहा था क्योंकि नरसिंह राव राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की तरह पार्टी को नेतृत्व नहीं दे पा रहे थे। उसी प्रकार भाजपा में अटल बिहारी वाजपेयी के सक्रिय न रहने से भाजपा की स्थिति कमजोर होती जा रही है। जिन्हें डर लग रहा है कि वे भाजपा के टिकट पर चुनाव नहीं जीत सकते वे भाजपा छोड दूसरी पार्टी की ओर जाने का रास्ता बना रहे हैं। और दूसरी पार्टियों को मदद कर अपने राह आसान करने का इससे बढिया मौका उनके पास नहीं होगा। इसलिये वे छोड़ चले गये।राजेश कुमारhttps://www.blogger.com/profile/03022479793930240428noreply@blogger.com