tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post4213725273217131374..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: ब्रह्मराक्षस का हश्र नहीं होनेवाला है हमाराअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-69868066546844351112008-08-13T13:11:00.000+05:302008-08-13T13:11:00.000+05:30"किसी को बताने-समझाने के लिए नहीं लिखता। खुद जानने...<I>"किसी को बताने-समझाने के लिए नहीं लिखता। खुद जानने-समझने के लिए लिखता हूं। दिखता बहुत कुछ है, लेकिन उनके तार आपस में जोड़कर सच की पूरी तस्वीर नहीं बना पाता। बदलते समाज के द्वंद्व समझ में आते हैं, वर्ग हितों और संघर्षों का तर्क समझ में आता है। लेकिन आज के अपने समाज पर उन्हें इस तरह नहीं लागू कर पाता कि बदलने का कोई सूत्र हाथ लग जाए। इसी सूत्र की तलाश है, इसीलिए लिखता हूं। हर पुराने सूत्रीकरण में दम घुटता है, इसीलिए उनसे अलग हटकर लिखता हूं। बहुत-से लोगों ने सूत्रों को बांचने की दुकान खोल रखी है। उनके छल को छांटने के लिए लिखता हूं।"</I><BR/>लिखने के ये सभी कारण बड़े वाजिब हैं.azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-39437061449295889812008-08-13T11:12:00.000+05:302008-08-13T11:12:00.000+05:30जरुरी नहीं सब आपकी बात से सहमत हो,लेकिन हम आज़ाद द...जरुरी नहीं सब आपकी बात से सहमत हो,<BR/>लेकिन हम आज़ाद देश के नागरिक है अपना मत रखने का पूरा हक़ है सो आप अपने दिल और दिमाग की सुनिए बाकि तो<BR/>कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना।PREETI BARTHWALhttps://www.blogger.com/profile/07147371640692507101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-37479483150474384052008-08-13T09:04:00.000+05:302008-08-13T09:04:00.000+05:30sahi kaha aapne anil jee,aapko kisi ke certificat...sahi kaha aapne anil jee,aapko kisi ke certificate ki zaroorat nahi hai,aap desh ke bare me imaandari se soch rahe hain,ye baat sach hai vikaas me hissedaari ki sirf aawaj mukhar hui hai,ngo to kukurmutton ki tarah ug aaye hain,wo karte kya hain sab ko pata hai,khair aapne sahi kaha agar desh ka bhala hoga to wo kisaano se,magar wo garib b hi kabhi kudrat se to kabhi bijli ki killat se to kabhi nakli khab-beej se chhala jaa raha hai.bina lal patti bandhe humare jaise ahut se log aapke sath hainAnil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-52665172993555210242008-08-13T09:00:00.000+05:302008-08-13T09:00:00.000+05:30इधर उधर देखे बिना.. आप तो बस अपना काम करते चले जाइ...इधर उधर देखे बिना.. आप तो बस अपना काम करते चले जाइएकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-49580243582902288472008-08-13T08:16:00.000+05:302008-08-13T08:16:00.000+05:30आप को ही नहीं किसी भी क्रांतिधर्मी को माथे पर लाल ...आप को ही नहीं किसी भी क्रांतिधर्मी को माथे पर लाल पट्टी लगाने की जरूरत नहीं है। सही है कि अभी आगे का रास्ता नजर नहीं आ रहा है, सब ओर धुंध छाई है। फिर भी आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। <BR/>जब धुंध छटेगी और रास्ता दिखाई देने लगेगा तो सब साफ हो जाएगा कौन सही पथ पर है, कौन कदमताल कर रहा है और कौन अतिगामी होकर घायल पड़ा कराह रहा है? <BR/>हाँ, मैं अभी इस से सहमत नहीं कि किसान क्रांति का मुख्य आधार बनेगा। हाँ आधुनिक कृषि का खेत मजदूर उस आधार का हिस्सा हो सकता है। मेरा मंतव्य तो है कि बडी संख्या में जो तकनीकी प्रोफेशनल तैयार हो रहे हैं वे इस का मुख्य आधार बन सकते हैं, लेकिन स्थितियों को पकने में अभी समय लगेगा। मतभेदों के घर्षण से ही ऊर्जा उत्पन्न होगी। आप अपना काम करते रहें।<BR/>जिन्हें इस आलेख से आप ने जवाब देना चाहा है उन्हें उत्तर देने की आवश्यकता क्या है उन्हें वहीं कदमताल करने दीजिए जहाँ कर रहे हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com