tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post1277480999061695835..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: बड़े किसानों को राहत, केंद्र सरकार ने तोड़ी आचार संहिताअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-14697299915256075992009-04-02T14:40:00.000+05:302009-04-02T14:40:00.000+05:30जानकारी केलिए शुक्रिया….. मे कुछ जान ना चाहता हूँ ...जानकारी केलिए शुक्रिया….. मे कुछ जान ना चाहता हूँ वो ये हे की.. आप कौनसी टाइपिंग टूल यूज़ करते हे…?<BR/><BR/>रीसेंट्ली मे यूज़र फ्रेंड्ली टूल केलिए डुंड रहा ता और मूज़े मिला “क्विलपॅड”…..आप भी इसीका इस्तीमाल करते हे काया…?<BR/><BR/>सुना हे की “क्विलपॅड” मे रिच टेक्स्ट एडिटर हे और वो 9 भाषा मे उपलाभया हे…! आप चाहो तो ट्राइ करलीजीएगा…<BR/><BR/>http://www.quillpad.inUnknownhttps://www.blogger.com/profile/12669251367624101859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-34437929962575289362009-04-02T11:34:00.000+05:302009-04-02T11:34:00.000+05:30आश्चर्यजनक किन्तु सत्य।-----------तस्लीम साइं...आश्चर्यजनक किन्तु सत्य।<BR/><BR/>-----------<BR/><A HREF="http://tasliim.blogspot.com/" REL="nofollow">तस्लीम </A> <BR/><A HREF="http://sciblogindia.blogspot.com/" REL="nofollow">साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन</A>adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-7602314948179428732009-03-29T18:35:00.000+05:302009-03-29T18:35:00.000+05:30महीन खेल है यह। वैसे तो इससे बैंको को फायदा ही होग...महीन खेल है यह। वैसे तो इससे बैंको को फायदा ही होगा। किसान का फायदा तो उसके उत्पाद के लाभकारी मूल्य में निहित है।Hari Joshihttps://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-80134382858866484612009-03-26T00:10:00.000+05:302009-03-26T00:10:00.000+05:30आश्चर्य है ...आश्चर्य है ...संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-861334157983092242009-03-25T23:29:00.000+05:302009-03-25T23:29:00.000+05:30इस पोस्ट को देखकर उत्सुकतावश मैं रिज़र्व बैंक की सा...इस पोस्ट को देखकर उत्सुकतावश मैं रिज़र्व बैंक की साईट पर गया तो इससे समबन्धित यह कड़ी मिली <BR/>http://www.rbi.org.in/scripts/NotificationUser.aspx?Id=4897&Mode=0<BR/>कुछ सधी हुयी भाषा (जिसे कानूनी विशेषज्ञ बेहतर जानते हों) का प्रयोग है - जैसा कि अधिसूचना में स्वाभाविक भी है। <BR/>सामान्यत: यह समयावधि बढ़ने से कुछ वर्ग के लिये लाभप्रद प्रतीत होती है। व इसी तर्क से आचार संहिता का उल्लंघन लगती है अन्यथा इसे केवल समय अवधि की सीमा बढाने की अधिसूचना ही कहा जायेगा। शायद सरकार के अधिकारियों ने इस पर कोई विधिगत विश्लेषण कर ही लिया हो पहले से ही, पर इसका असर तो अन्य किसी लाभकारी यौजना जैसा ही लगता है। हम तो कुछ सतही रूप में ही समझ पाये हैं इसको, बाकी अन्य खोजी पत्रकार व विधिवेत्ता जान सकते है, व आयोग के संज्ञान में ला सकते हैं।Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-4159293081324548242009-03-25T23:19:00.000+05:302009-03-25T23:19:00.000+05:30कमाल हैकमाल हैAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-24975096082624145592009-03-25T20:27:00.000+05:302009-03-25T20:27:00.000+05:30बड़ी सनसनीखेज जानकारी है . एक प्रकार से मिला जुला ...बड़ी सनसनीखेज जानकारी है . एक प्रकार से मिला जुला घोटाला ही है .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com