tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post1198235901490930379..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: पढ़ब-लिखब की ऐसी-तैसी...अनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-22515811703370420242007-09-19T01:30:00.000+05:302007-09-19T01:30:00.000+05:30तस्वीर एकदम टटका है इसी रविवार की, मुंबई की ब्लॉगर...तस्वीर एकदम टटका है इसी रविवार की, मुंबई की ब्लॉगर मीट में खींची गई थी। हां, बाल जरूर लंबे हो गए हैं, जिन्हें अभी और लंबा करना है।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-33787896963534726112007-09-19T01:01:00.000+05:302007-09-19T01:01:00.000+05:30सर, विचारों में तो झलक मिलती ही रहती है। अर्से बाद...सर, विचारों में तो झलक मिलती ही रहती है। अर्से बाद दिखे। इसलिए पोस्ट पर टिप्पणी की बजाए सवाल है कि...तस्वीर पुरानी है या फिर बाल लंबे हो गए हैं?उमाशंकर सिंहhttps://www.blogger.com/profile/17580430696821338879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-7329674605148931242007-09-18T23:50:00.000+05:302007-09-18T23:50:00.000+05:30अरे भई, आप क्यों परेशान होते हैं. पढ़-लिख कर जो अ...अरे भई, आप क्यों परेशान होते हैं. पढ़-लिख कर जो अपराधी नहीं बने , नेता बन गए या अफसर बन गए या कुछ और बन गए, वही क्या कर रहे हैं?इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-63917723562659442042007-09-18T23:11:00.000+05:302007-09-18T23:11:00.000+05:30उत्तर प्रदेश में शायद डिग्री हासिल करना सरल है. एक...उत्तर प्रदेश में शायद डिग्री हासिल करना सरल है. एक बार मेरी ट्रेन उत्तरप्रदेश-बिहार के बार्डर पर उत्तर प्रदेश के स्टेशन पर बहुत देर से खड़ी थी. चलते ही चेन खिंच जा रही थी. पता करने पर ज्ञात हुआ कि बिहार से हुजूम आता है उत्तर प्रदेश में परीक्षा देने चूंकि यहां पास होना (नकल और पास कराने के कांट्रेक्ट) के माध्यम से ज्यादा सरल है बनिस्पत बिहार के! परीक्षा के बाद वापस जाते छात्र चेन खींच रहे थे. <BR/>जब शिक्षा का यह स्तर है तो उसके आंकड़ों को क्या सहेजना!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-27252148813687654012007-09-18T19:32:00.000+05:302007-09-18T19:32:00.000+05:30"पढ़ाई में फिसड्डी, लेकिन पढ़े-लिखे अपराधियों में ..."पढ़ाई में फिसड्डी, लेकिन पढ़े-लिखे अपराधियों में पूरे देश में अव्वल।"<BR/><BR/>एक एक करके देश के महान राज्य हर ओर से क्षय दिखा रहे है. अनुसंधान भरे लेख के लिये आभार <BR/><BR/><BR/><BR/> -- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/><BR/><BR/>प्रोत्साहन की जरूरत हरेक् को होती है. ऐसा कोई आभूषण<BR/>नहीं है जिसे चमकाने पर शोभा न बढे. चिट्ठाकार भी<BR/>ऐसे ही है. आपका एक वाक्य, एक टिप्पणी, एक छोटा<BR/>सा प्रोत्साहन, उसके चिट्ठाजीवन की एक बहुत बडी कडी<BR/>बन सकती है.<BR/><BR/>आप ने आज कम से कम दस हिन्दी चिट्ठाकरों को<BR/>प्रोत्साहित किया क्या ? यदि नहीं तो क्यो नहीं ??Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com