tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post7540352440444787104..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: अंधविश्वास अब बन गए हैं ब्रेकिंग न्यूज़अनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-7524595230950611652008-05-27T18:26:00.000+05:302008-05-27T18:26:00.000+05:30सीताहरण के साक्षी हैं ये चैनल। उस समय ये रावण के प...सीताहरण के साक्षी हैं ये चैनल। उस समय ये रावण के प्रवक्ता थे और आजकल द्रौपदी का चीरहरण इनका रोज का काम हो गया है।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-70397828788864321172008-05-27T18:17:00.000+05:302008-05-27T18:17:00.000+05:30अनिल जी आपने सही सवाल उठाया है। अंधविश्वास फैलाने ...अनिल जी आपने सही सवाल उठाया है। अंधविश्वास फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी प्रावधान कितना मजबूत है और कितना कारगर होगा। इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन लोगों ने कवि की कल्पनाओं को सच सिद्ध करने कोशिश शुरू कर दी है। एक कहावत है कि एक झूठ को सौ लोग सौ जगह बोलने लगे तो झूठ भी सच लगने लगता है। यही होनो वाला है आने वाले दिनों में।राजेश कुमारhttps://www.blogger.com/profile/03022479793930240428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-42972592712602923472008-05-27T17:53:00.000+05:302008-05-27T17:53:00.000+05:30इसी तर्ज पर कोटा से भोपाल की ओर 50 कि.मि. पर एक स्...इसी तर्ज पर कोटा से भोपाल की ओर 50 कि.मि. पर एक स्थान है दरा वन्य जीव अभयारण्य वहाँ है एक बड़ा चबूतरा जिसे भीम-चौरा कहते हैं। भीम-चौरा भीम की ससुराल है। वहाँ उस ने हिडिम्बा से विवाह किया था जिस से घटोत्कच पैदा हुआ। <BR/>ऐसी कम से कम 20 स्थान तो पूरे भारतवर्ष में होंगे ही। <BR/>अनिल जी, पुस्तकें ज्ञान का भंड़ार हैं, यह अक्सर कहा जाता है। लेकिन यह भी सही है कि पुस्तकें ज्ञान के साथ अज्ञान भी फैलाती हैं। यही बात हर माध्यम के साथ है। ब्लॉग के साथ भी। इस से बचा नहीं जा सकता। पर इस के विरुद्ध सतत अभियान चलाया जा सकता है। <BR/>आज की पोस्ट लिख कर आप ने यही दायित्व निभाया है। <BR/>हाँ कानून में तलाशने का प्रयत्न करता हूँ, शायद कोई उपाय हो। लेकिन अवस्था यह है कि जरुरतमंद को तो न्याय मिल नहीं रहा है। अदालतें अर्जियों का गोदाम बनती जा रही हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-57555361300383014082008-05-27T16:50:00.000+05:302008-05-27T16:50:00.000+05:30काश... तंगहाली में भूखे पेट अकुलाते बच्चे को कहानी...काश... तंगहाली में भूखे पेट अकुलाते बच्चे को कहानी सुनाकर दुलराने की कोशिश में जुटी मां तक चैनल की ब्रेकिंग न्यूज का ये यथार्थ पहुंच पाता। कम से कम रोज एक ही कहनी सुन सुनकर ऊब चुका बच्चा फिर एक रात तो भूखे पेट भर नींद सो लेता।Sandeep Singhhttps://www.blogger.com/profile/17906848453225471578noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-2846222693958797582008-05-27T16:48:00.000+05:302008-05-27T16:48:00.000+05:30रो तो रहे ही हैं चैनलों की हालत और ब्लोगों की हालत...रो तो रहे ही हैं चैनलों की हालत और ब्लोगों की हालत दोनों पर.<BR/>ऐसा लगता है की चैनलों और ब्लोगों मे वाहियात्पन की होड़ लगी है.<BR/>आपसे सहमत हूँ सरजी.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-29756760556983202632008-05-27T16:35:00.000+05:302008-05-27T16:35:00.000+05:30बहुत स्तरीय भूगोलवादी कविता है। कविता के इस वाद से...बहुत स्तरीय भूगोलवादी कविता है। कविता के इस वाद से ब्लॉग पर परिचय कराने के लिये धन्यवाद। :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com