tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post6771542303545714162..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: बिफरने लग गए देश के चैम्पियनअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-63809783673195716302007-10-02T19:08:00.000+05:302007-10-02T19:08:00.000+05:30सचमुच खेद का विषय है कि क्रिकेट के सिवा अन्य खेलों...सचमुच खेद का विषय है कि क्रिकेट के सिवा अन्य खेलों के चैपिंयनों को कोई पूछता भी नहीं। विभिन्न खेलों की प्रतिभाओं को समुचित सहयोग नहीं मिलता, इसीलिए देश खेलों में पीछे है।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-13043928670888908272007-10-02T13:19:00.000+05:302007-10-02T13:19:00.000+05:30स्वागत् कराने के लिये बेकरार् हैं लोग्! कुछ् लोग् ...स्वागत् कराने के लिये बेकरार् हैं लोग्! कुछ् लोग् इसी डर् से चैंपियन नहीं बनते होंगे कि कायदे से स्वागत् न् होगा।Anonymousnoreply@blogger.com