tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post6657414983151593002..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: संभव है बिना पंखों की उड़ानअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-70261262254192110282007-08-09T21:32:00.000+05:302007-08-09T21:32:00.000+05:30बहुत उम्दा जानकारी. काश, मैं कल्पनाओं के अलावा भी ...बहुत उम्दा जानकारी. काश, मैं कल्पनाओं के अलावा भी सचमुच उड़ पाता. आपने उम्मीद जगा दी, आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-76543259235166092252007-08-09T12:57:00.000+05:302007-08-09T12:57:00.000+05:30बहुत अच्छी जानकारी दी है बचपन में तो सपने में उडत...बहुत अच्छी जानकारी दी है बचपन में तो सपने में उडता था लेकिन अब मैं तो हमेशा यही सपना देखते हुये सोता हूँ कि मैं उड रहा हूँहरिमोहन सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14190997410330717046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-10856828982428745902007-08-09T10:35:00.000+05:302007-08-09T10:35:00.000+05:30हिन्दी में इस प्रकार वैज्ञानिक लेखन की नितान्त आवश...हिन्दी में इस प्रकार वैज्ञानिक लेखन की नितान्त आवश्यकता है। यह दूसरे ब्लॉगरों को भी प्रेरित करेगा।<BR/><BR/>वैसे नानो टेक्नोलॉजी से भी कई गुणा सूक्ष्म प्रौद्योगिकी सैकड़ों वर्ष पहले प्रचलित थी, जिससे सूक्ष्म शरीर से सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड चक्कर लगाया जा सकता था।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-24494957124448351742007-08-09T09:34:00.000+05:302007-08-09T09:34:00.000+05:30काश ऐसा जल्दी हो जाय ।काश ऐसा जल्दी हो जाय ।Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.com