tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post3598258747377408999..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: देखिए, किन्हें कोस रही हैं चंद्रशेखर की मां!!अनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-16002851085226867862007-10-25T16:04:00.000+05:302007-10-25T16:04:00.000+05:30एक बार पूर्व में भी चन्द्रशेखर जी के बारे में, उनक...एक बार पूर्व में भी चन्द्रशेखर जी के बारे में, उनकी माँ को उनके लिखे खतों के बारे में पढ़ चुका हूँ.<BR/><BR/>आज आपके माध्यम से यह पढ़कर पुनः मन व्याकुल हो गया. दुखद.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-81099259868241817702007-10-25T15:51:00.000+05:302007-10-25T15:51:00.000+05:30सचमुच दुखी करनेवाली खबर है.....एक शहीद की माँ के स...सचमुच दुखी करनेवाली खबर है.....एक शहीद की माँ के साथ ऐसा तो न होना चाहिए। कौशल्या जी समझदार माँ थीं इसलिए उनकी बातों को दरकिनार करना भूल है।बोधिसत्वhttps://www.blogger.com/profile/06738378219860270662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-75610882239950723302007-10-25T12:08:00.000+05:302007-10-25T12:08:00.000+05:30वाकई आपने जो लिखा है चन्द्रशेखर की मां के बारे में...वाकई आपने जो लिखा है चन्द्रशेखर की मां के बारे में, पढकर ग्लानि हुई....पर आपके इस लेख को पढ़ कर खांकी पैन्ट वालों को जैसे मज़ा आ गया...छ्द्म नाम से टिप्पणी करने वाले से भी मेरी यही गुज़ारिश है दूसरे के दुख में मज़ा ना लें और हाफ़ पैन्ट से बाहर निकल कर दिमाग का भी इस्तेमाल कर लिया करें,दूसरे संगठन भी मुझे इससे अलग तो नही लगते, जो अपने कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण समझते हैं, ये तो तय है की आपका इस्तेमाल तो होना ही है,पर ध्यान रहे कि आपका घटिया इस्तेमाल ना हो !!!!VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-65169655673442772312007-10-25T12:04:00.000+05:302007-10-25T12:04:00.000+05:30आँखे खोलने वाला.आँखे खोलने वाला.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-34247527767045008492007-10-25T11:29:00.000+05:302007-10-25T11:29:00.000+05:30यही कह सकता हूं कि हे भगवान सीपीआई(माले) को सदबुद्...यही कह सकता हूं कि हे भगवान सीपीआई(माले) को सदबुद्धि दो। कम्युनिज्म की विचारधारा कब तक हमारे होनहार नौजवानों की जान लेती रहेगी। देशवासियों को कम्युनिज्म के मायाजाल से बाहर निकलना होगा।संजीव कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-1390213487977572392007-10-25T11:25:00.000+05:302007-10-25T11:25:00.000+05:30हक़ीक़त कुछ यही है।सीधे-सच्चे लोग इसी तरह से शहीद ...हक़ीक़त कुछ यही है।<BR/><BR/>सीधे-सच्चे लोग इसी तरह से शहीद होते आए हैं, शहीदों के परिवार इसी तरह से हमेशा बदाहाल होते रहे हैं और कमीने-मक्कार लोग इसी तरह से शहीदों की लाश और उनके नाम पर राजनीति करते आए हैं। <BR/><BR/>चंद्रशेखर और उसकी मां को अपनों ने ही दगा दिया। जबकि शहाबुद्दीन पर क़ानूनी शिकंजा कसने में सिवान में कुछ अवधि के लिए तैनात ईमानदार युवा अधिकारियों सी.के. अनिल और संजय रत्न ने बहुत शिद्दत से काम किया। <BR/><BR/>इसलिए मैं बार-बार कहता हूं कि जिस किसी के भीतर भगत सिंह जैसी क्रांति की चिन्गारी हो, वह शहीद हो जाने की सरलता न दिखाए। जो सच्चे क्रांतिकारी हैं, उन्हें चतुर्दिक कमीनेपन के माहौल में अपने जीवन को बचाए रखते हुए धीरे-धीरे शक्ति अर्जित करनी होगी और बदलाव की लहर पैदा करनी होगी।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-76687711116774603872007-10-25T10:31:00.000+05:302007-10-25T10:31:00.000+05:30आपकी पोस्ट पढ़ ली.कुछ नयी जानकारियां मिली उस हेतु ध...आपकी पोस्ट पढ़ ली.कुछ नयी जानकारियां मिली उस हेतु धन्यवाद.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-67402986452498854232007-10-25T10:28:00.000+05:302007-10-25T10:28:00.000+05:30कम्युनिस्टों के पास सिर्फ उनके लक्ष्य होते हैं, ईम...कम्युनिस्टों के पास सिर्फ उनके लक्ष्य होते हैं, ईमान, इंसाफ से इनका कोई लेना देना नहीं. और ये समझने के गलती न कर लें कि ये लक्ष्य कुछ महान होते हैं... सत्ता और पैसा. क्या चंद्रशेखर की मां और सिंगूर से यह साफ नहीं होता? चीन के चमचे अभी और भी गुल खिलायेंगे.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-46526340824408297492007-10-25T08:06:00.000+05:302007-10-25T08:06:00.000+05:30एक सटीक पोस्ट। इसके आगे न माफिया पर और न माफियात्म...एक सटीक पोस्ट। इसके आगे न माफिया पर और न माफियात्मिका पार्टी पर कहने का मन है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-26906547438772153202007-10-25T07:58:00.000+05:302007-10-25T07:58:00.000+05:30नेताओं ने कौशल्या देवी की बातों को दुख में डूबी एक...<I>नेताओं ने कौशल्या देवी की बातों को दुख में डूबी एक मां का ‘emotional outbursts’ बताया था।</I><BR/><BR/>वास्तव में उनकी मुद्रा में, यही है। नेताओं के लिए और व्यापारियों के लिए लोग केवल गिनतियों के खेल या उँगलियों पर नचाने के खिलौने हैं, यह मैंने जामनगर की रिलायंस में देखा, और कइओं से तो और वीभत्स चीज़ें सुनी हैं।आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.com