tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post2602442489391992574..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: ये जो समय है, आखिर बला क्या है?अनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-33876057897960951912007-09-10T15:39:00.000+05:302007-09-10T15:39:00.000+05:30यदि हम समय की वैज्ञानिक परिभाषा की बात करें (जो लग...यदि हम समय की वैज्ञानिक परिभाषा की बात करें (जो लगभग सर्वमान्य है):<BR/><BR/>"समय घटनाओं के क्रम को कहते हैं (Time is the sequence of phenomena)."<BR/><BR/>वैसे यह परिभाषा आसानी से हज़म नहीं होती, ख़ासकर उन लोगों को जो विज्ञान के विद्दार्थी नहीं रहे हैं, पर यदि आप इस पर तार्किक चिन्तन करें तो आप स्वयं को इस से सहमत होता हुआ पायेंगे।बेवफ़ाhttps://www.blogger.com/profile/13861975993426212261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-6078253394010915562007-09-08T06:12:00.000+05:302007-09-08T06:12:00.000+05:30शेष नाग..? प्रलय के बाद उसी पर सोते हैं विष्णु..?शेष नाग..? प्रलय के बाद उसी पर सोते हैं विष्णु..?अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-50601256528180525222007-09-07T23:55:00.000+05:302007-09-07T23:55:00.000+05:30"(यूं ही नेट से जुटा ली गई जानकारियों का कोलाज)"जा..."(यूं ही नेट से जुटा ली गई जानकारियों का कोलाज)"<BR/><BR/>जानकारी तो कोई भी जुटा सकता है, लेकिन उसे इस तरह एक पठनीय लेख सिर्फ एक चिंतक-रचनाकार ही बना सकता है. बधाई हो -- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>जिस तरह से हिन्दुस्तान की आजादी के लिये करोडों लोगों को लडना पडा था, उसी तरह अब हिन्दी के कल्याण के लिये भी एक देशव्यापी राजभाषा आंदोलन किये बिना हिन्दी को उसका स्थान नहीं मिलेगा.Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com