tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post2590684251483094777..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: जिसकी जितनी संख्या भारी...अनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-90996947207434991712007-05-16T12:35:00.000+05:302007-05-16T12:35:00.000+05:30अनिल रघुराज जी, आप सही कह रहे हैं। "पार्टियां ...अनिल रघुराज जी, आप सही कह रहे हैं। <BR/>"पार्टियां उम्मीदवारों को जिताने के लिए जोड़तोड़ करने के बजाय जन-समर्थन बढ़ाने पर जोर देंगी।"<BR/>यह एक प्रजातंत्र देश के लिए अच्छा भी है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com