tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post1065290772755938062..comments2024-03-06T21:57:45.767+05:30Comments on एक भारतीय की डायरी: असली गुनहगारों को बचाने के लिए पोटा ज़रूरी हैअनिल रघुराजhttp://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-29434455552175858832008-09-15T08:09:00.000+05:302008-09-15T08:09:00.000+05:30पोटा का सोटा राजनीतिक मांग हो गयी है. इसका इलाज पो...पोटा का सोटा राजनीतिक मांग हो गयी है. इसका इलाज पोटा में नहीं बल्कि प्रतिक्रमण में है. सरकार और सिस्टम अतिक्रमण की नीति से हटना नहीं चाहते. जड़ यहां है और हम जड़ों को काटकर पत्तों को पानी दे रहे हैं. <BR/>आखिरी किस्सा पुलिस की हकीकत बयान कर देता है.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-22693679616593092952008-09-15T05:11:00.000+05:302008-09-15T05:11:00.000+05:30ये गणित सही नहीं है, पोटा या उसके जैसा कानून समय क...ये गणित सही नहीं है, पोटा या उसके जैसा कानून समय की मांग है.<BR/>जो कहते हैं कि पोटा सही नहीं वे यह भी बता दें कि आज कल के धमाकों का क्या इलाज है !!पवन मिश्रा https://www.blogger.com/profile/14122671862298324825noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-65504883533743744122008-09-14T22:19:00.000+05:302008-09-14T22:19:00.000+05:30बहुत बढ़िया। पोटा का टोटा कर दियाबहुत बढ़िया। पोटा का टोटा कर दियाravishndtvhttps://www.blogger.com/profile/02492102662853444219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-81050490007176190772008-09-14T19:08:00.000+05:302008-09-14T19:08:00.000+05:30काफी चिन्तित करने वाली बातें बतायी आपने। मतलब ये ह...काफी चिन्तित करने वाली बातें बतायी आपने। मतलब ये है कि कानून का दुरुपयोग होगा इसलिए कानून नहीं बनाना चाहिए। हिरेन पाण्ड्या का नाम लेकर आतंकवाद विरोधी लड़ाई को कमजोर करना उचित नहीं है। आतंकवाद से लड़ने में हमें सफलता नहीं मिल रही तो क्या इससे हार कर बैठ जाना चाहिए?<BR/><BR/>राष्ट्रविरोधी तत्वों के मानवाधिकारों की चिन्ता करने वाले यह भूल जा रहे हैं कि असंख्य मासूमों की जान लेने वालों के साथ कोई भी रियायत उनके हौसले को कई गुना बढ़ा देती है। इसी सोच ने अफ़जल गुरू को जिन्दा रखा है, और विस्फोटों का सिलसिला लगातार जारी है।<BR/><BR/>यदि समस्या कानून के सही पालन न होने की है तो सुधार भी वहीं होना चाहिए न कि हथियार डाल देने की वकालत की जानी चाहिए।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-59063152530512106502008-09-14T17:36:00.000+05:302008-09-14T17:36:00.000+05:30एक सोचने लायक़ लेख़ के लिये धन्यवाद।एक सोचने लायक़ लेख़ के लिये धन्यवाद।रज़िया "राज़"https://www.blogger.com/profile/12190998804214272758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-44335453352295748182008-09-14T17:16:00.000+05:302008-09-14T17:16:00.000+05:30ऐसे अपवादों के बावजूद कोई कानून तो बनाना ही पड़ेगा...ऐसे अपवादों के बावजूद कोई कानून तो बनाना ही पड़ेगा अनिलजी<BR/><BR/>वरना हमारे देश का गृहमंत्री जिसका बर्ताव तो चूहों से भी बदतर है, उसके सहारे तो सब कुछ नहीं छोड़ा जा सकता.bhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-15204888179975803012008-09-14T16:49:00.000+05:302008-09-14T16:49:00.000+05:30सही है; समाधान क्या है रक्तबीज से निपटने का?सही है; समाधान क्या है रक्तबीज से निपटने का?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-968593042449838987.post-43147878800155362552008-09-14T16:34:00.000+05:302008-09-14T16:34:00.000+05:30अनिल जी. हालत यह है कि पुलिस के पास हत्या की सूचना...अनिल जी. हालत यह है कि पुलिस के पास हत्या की सूचना आते ही वह इतने मशीनी ढंग से काम करती है कि सारे सही सच्चे सबूतों को नष्ट कर देती है। फिर चालान के लिए फर्जी सबूत इकट्ठे करती है। अपराधी क्यों नहीं छूटेंगे?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com